
एक के बाद एक सरकारी संस्था जिस तरह से बदहाल हो रही है वह वर्तमान सरकार की अयोग्यता को सामने ला रहा है 5 साल के कार्यकाल पूरा करने के बाद भारत की कई संस्था आज वर्तमान सरकार के गलत नीतियों के कारण बदहाली की तरफ बढ़ रही है बीएसएनल और एयर इंडिया के बाद अब एलआईसी भी संकट में घिर गई है। जिसको लेकर केंद्र की मोदी सरकार विपक्षी नेताओं के निशाने पर है। प्रियंका गांधी ने सरकार की कटु आलोचना करते हुए कहा की बीजेपी सरकार आम लोगों के भरोसे को चकनाचूर कर रही है
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए शुक्रवार को दावा किया कि नरेंद्र मोदी सरकार भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का पैसा घाटे वाली कंपनियों में लगाकर देश के आम लोगों के भरोसे को चकनाचूर कर रही है।
उन्होंने ट्वीट किया, “भारत में एलआईसी भरोसे का दूसरा नाम है। आम लोग अपनी मेहनत की कमाई भविष्य की सुरक्षा के लिए एलआईसी में लगाते हैं, लेकिन भाजपा सरकार उनके भरोसे को चकनाचूर करते हुए एलआईसी का पैसा घाटे वाली कम्पनियों में लगा रही है। ”
उन्होंने सवाल किया, ”ये कैसी नीति है जो केवल नुकसान नीति बन गई है?”
प्रियंका ने जिस मीडिया रिपोर्ट का हवाला दिया उसके मुताबिक शेयर बाजार में बिकवाली का असर कई कंपनियों पर भी पड़ रहा है और बीते ढाई महीने में एलआईसी को शेयर बाजार में निवेश से करीब 57,000 करोड़ रुपये की चपत लग चुकी है।
दरअसल, एलआईसी ने जिन कंपनियों में निवेश किया था, उन कंपनियों की बाजार पूंजी में काफी गिरावट दर्ज की गई है।
आर्थिक मोर्चे पर जिस तरह से सरकार एक के बाद एक मुद्दे पर असफल हो रही है उससे स्पष्ट है कि सरकार के पास आर्थिक मोर्चे संभालने वाले योग्यता के कमी है और जिस तरह से योग्य व्यक्तियों को सरकार आलोचना करके संस्थानों से दूर कर रही है उससे यह साफ है कि सरकारी योग्य लोगों की कदर नहीं करती है जिस कारण से देश की संस्था बदहाल हो रही है।