राहुल गांधी अमेठी में हार के सदमे से पूरी तरह अभी भी नहीं उबर पाए हैं। गुरुवार को उन्होंने एक टीम अमेठी भेजी है, जो वहां उनकी हार के कारण का पता लगाएगी।
क्यों हारे राहुल, पता करेगी टीम
अमेठी नेहरू-गांधी परिवार का मजबूत किला माना जाता था, लेकिन हालिया चुनाव में यह किला भी ढाह गया। ऐसा क्यों हुआ ये पता लगाने का जिम्मा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के सचिव जुबैर खान और रायबरेली के इंचार्ज के एल शर्मा को सौंपा है।
पार्टी के एक नेता के मुताबिक दोनों को इस बात का पता लगाकर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
रायबरेली के कांग्रेस इंचार्ज के एल शर्मा 2009 तक अमेठी को भी देखते थे। लेकिन, उनकी जगह मध्य प्रदेश के एक पार्टी वर्कर चंद्रकांत को लगाया गया था। शर्मा अभी राहुल की मां सोनिया गांधी की रायबरेली सीट को पार्टी की जरूरत के हिसाब से मैनेज करते हैं। जाहिर है कि कांग्रेस के दोनों नेता ये भी पता लगाएंगे कि कहीं पार्टी के अंदर से कहीं किसी ने भीतरघात तो नहीं किया है।
हाल में हुए चुनाव में बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को 55 हजार से भी ज्यादा वोटों से हराया था। राहुल उसी समय इतने आहत थे कि वोटों की गिनती खत्म होने से पहले ही स्मृति ईरानी को जी की बधाई दे दी थी। 2014 के चुनाव में भी ईरानी ने राहुल को यहां बहुत ही कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन तब राहुल इस सीट से जीतने में कामयाब रहे थे। लेकिन, इसबार राहुल, स्मृति ईरानी की मौजूदगी से इस तरह हिले हुए थे कि बीच चुनाव में ही उन्हें केरल के वायनाड जाने का फैसला करना पड़ा।