महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत परीक्षण को लेकर चल रही उठापटक और बयानबाजी के बीच सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए एनसीपी शिवसेना और कांग्रेस की मांगों को मानते हुए भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ा झटका दिया है और कहा है कि 30 घंटे के भीतर बहुमत परीक्षण किया जाए
कोर्ट ने कहा है कि राज्य में अब 27 नवंबर को फ्लोर टेस्ट होगा। यानी इस दिन भाजपा और अजित पवार की सरकार को बहुमत साबित करना होगा। कोर्ट के आदेश के अनुसार फ्लोर टेस्ट शाम 5 बजे किया जाएगा। फ्लोर टेस्ट प्रोटेम स्पीकर कराएंगे। बताया जा रहा है कि फ्लोर टेस्ट का लाइव टेलिकास्ट होगा, इसका गुप्त मतदान नहीं किया जाएगा। कोर्ट के इस फैसले को विपक्ष की बड़ी जीत माना जा रहा है।
गौरतबल है कि महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए राज्यपाल के फैसले को चुनौती देने वाली शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सोमवार को सुरक्षित रख लिया था।
इस तरह सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा के पास अब करीब 30 घंटे हैं बहुमत साबित करने के लिए।
तीनों दल लगातार मांग कर रहे थे कि जल्द से जल्द फ्लोर टेस्ट हो जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी मान लिया है।
इस फैसले को जहां एक तरफ कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना बड़ी जीत मान रही है तो वही ये बीजेपी के लिए झटका है क्योंकि बीजेपी 30 नवम्बर तक का समय मांग रही थी।