
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में हो रहे प्रदर्शन पर राजनीतिक दल भी सक्रिय दिख रहे हैं। जहां एक तरफ भाजपा नेता इस आंदोलन के विरोध में बयानबाजी कर रहे हैं तो कांग्रेस और उसके सहयोगी इस आंदोलन को शांतिपूर्ण ढंग से करने के लिए अपना सहयोग देते दिख रहे हैं।
यही कारण है कि कल देर शाम कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी प्रदर्शनकारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए इंडिया गेट पहुंचीं और सरकार पर जमकर हमला बोला। .
प्रियंका गांधी ने कहा कि अगर किसी को 30-35 साल पुराने दस्तावेज निकालने पड़े तो लोग कैसे दिखा पाएंगे. वो किस स्थिति में देश को डाल रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से नोटबंदी के लिए लोगों को लाइन में खड़ा होना पड़ा था. उसी तरह से अब सरकार चाह रही है कि इस मुद्दे पर भी लोगों को लाइन में खड़ा कराया जाए.
उन्होंने कहा कि इससे कौन प्रभावित होगा. जो अमीर है वो तो पासपोर्ट दिखा देगा, लेकिन जो गरीब है, दिहाड़ी मजदूर हैं वो क्या करेंगे. हालांकि प्रियंका गांधी ने प्रदर्शनकारियों से अपील की कि वो शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन करें.
प्रियंका गांधी से पहले पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी वीडियो जारी कर सरकार पर हमला बोला था. सोनिया गांधी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन एक्ट भेदभावपूर्ण है. नोटबंदी की तरह एक बार फिर एक-एक व्यक्ति को अपनी एवं अपने पूर्वजों की नागरिकता साबित करने के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ेगा.
गौरतबल एक कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां शुरू से ही इस कानून का विरोध कर रही है क्योंकि उनका कहना है कि यह धार्मिक भेदभाव को बढ़ाने वाला संविधान विरोधी कानून है।

































































