पीलीभीत से बीजेपी के सांसद वरुण गांधी ने राजनीति में भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए सोमवार को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जो हमारे चप्पल उठाने की औकात नहीं रखते थे वे आज 5-5 गाड़ियों के काफिले में चल रहे हैं. वरुण ने अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र पीलीभीत के ललौरीखेड़ा ब्लॉक क्षेत्र में हुए जनसंवाद कार्यक्रम में राजनीति में भ्रष्टाचार की तरफ इशारा करते हुए किसी का नाम लिए बगैर जबरदस्त हमला बोला.
उन्होंने कहा कि, जो हमारे चप्पल उठाने की औकात नहीं रखते थे वह आज 5-5 गाड़ियों के काफिले में चल रहे हैं, है कि नहीं?
वरुण गांधी ने कहा कि जो लोग चुनाव के पहले और उसके बाद कालोनियां बनाते थे, वह अब पांच पांच गाड़ियों के काफिले में चल रहे हैं. वरुण का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसके तरह-तरह के अर्थ निकाले जा रहे हैं.
बीजेपी सांसद ने भ्रष्टाचार को लेकर अपनी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि आज आप जब थाने जाते हैं तो रिश्वत देनी पड़ती है. पेंशन, कमरा, आवास लेने के लिए पैसे देने पड़ते हैं. यह जो पाप है, यह जो भ्रष्टाचार का समय चल रहा है, आपको क्या लगता है कि यह आपकी गलतियों की वजह से नहीं हो रहा है?
वरुण गांधी ने कहा है कि जब भी चुनाव आता है तो लोग जाति-धर्म के आधार पर वोट देते हैं. लोग यह नहीं सोचते कि किसी अच्छे इंसान को जिताए. लोग यह नहीं सोचते कि कट्टर इमानदार को जिताएं. लोग यह सोचते हैं कि यह प्रत्याशी सहधर्मी है, इसलिए इसके साथ चले जाओ.
आपको बता दें कि वरुण गांधी पिछले कुछ सालों से अपनी ही बीजेपी की केंद्र सरकार तथा उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर हमलावर दिखाई दिए हैं. अलग-अलग मुद्दों पर वह अपनी ही सरकार के खिलाफ हल्ला बोल करते हुए नजर आए हैं. हालांकि अभी भी वह बीजेपी में बने हुए हैं और बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से उनके ऊपर कोई एक्शन नहीं लिया गया है.
आपको बता दें कि पिछले दिनों चर्चा थी कि वरुण गांधी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. मीडिया में यह भी खबरें थी कि प्रियंका गांधी का इसमें अहम रोल हो सकता है, लेकिन मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी ने साफ कर दिया था कि वरुण गांधी की विचारधारा अलग है और इसके साथ ही यह मान लिया गया था कि राहुल ने वरुण गांधी के कांग्रेस में आने वाले रास्ते को बंद कर दिया है. हालांकि राजनीति में सब कुछ संभव है. वरुण आने वाले कुछ सालों में किस पार्टी में होंगे, अभी से कहना जल्दबाजी होगी.