भारौल छठ महोत्सव स्थगित होने से इलाके के आम-आवाम में काफी हर्षोउल्लास का माहौल है। कोई लाख छटपटा ले, लाख बदनाम कर ले,यहाँ की जनता जिला प्रशासन को कोटि-कोटि धन्यवाद दे रही है। यह कार्यक्रम सदा के लिए बंद होना चाहिए। यह सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर नौटंकी है। इस नौटंकी के पीछे आयोजक का कई प्रकार का स्वार्थ छिपा हुआ है। आर्थिक कमाई से लेकर राजनीतिक महत्वाकांक्षा पूर्ति के लिए बङी बेचैनी है।
कई बार नौका दुर्घटना, सङक दुर्घटना के कारण लोगों की मौत हुई है। इस कार्यक्रम की रात में साईकिल-मोटरसाइकिल चोरी, महिलाओं के साथ छेड़खानी, लूटपाट, नशापान कर आपसी मारपीट होने पर कोई सुधि लेने वाला नहीं होता है। दो वर्ष पूर्व यह कार्यक्रम स्थगित हुआ था। उसके बाबजूद भी कार्यक्रम बलपूर्वक, हटपूर्वक चालु किया,परन्तु तत्कालीन प्रशासन की ओर से बाप-बेटा दोनों के गिरफ्तारी के उपरांत प्रोग्राम बंद हुआ।
इस कार्यक्रम को बंद करने के लिए बेगूसराय जिला पदाधिकारी, आरक्षी अधीक्षक बेगूसराय, अनुमंडलाधिकारी,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ,थाना अध्यक्ष सहित समस्त बेगूसराय जिला प्रशासन को सौ-सौ बार धन्यवाद, प्रणाम। ।
निवेदक:- बछवाङा विकास मंच