मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी ड्रामे का अंत उस वक्त हो गया अब जब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फ्लोर टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने इस्तीफा देने की घोषणा की और फिर राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात करके इस्तीफा दे दी।
कांग्रेस की सरकार का नेतृत्व कर रहे कमलनाथ ने विधानसभा में बहुमत परीक्षण कराए बगैर ही इस्तीफा सौंप दिया।
प्रदेश में सरकार के गिर जाने से पार्टी कार्यकर्ताओं में निराशा के साथ-साथ आत्मविश्वास भी देखने को मिली और हर तरफ लोग उपचुनाव जीतकर वापस सत्ता में आने का दावा कर रहे हैं।
यही कारण है कि कमलनाथ के इस्तीफे के कुछ घंटों बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया, जो सुर्खियों में है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए इस ट्वीट में दावा किया गया है कि 15 अगस्त को कमलनाथ मुख्यमंत्री के तौर पर ध्वजारोहण करेंगे और परेड की सलामी लेंगे.
इस ट्वीट में सरकार की विदाई को बेहद अल्प विश्राम बताते हुए इसे संभाल कर रखने की सलाह भी दी गई है.
मध्य प्रदेश कांग्रेस का यह ट्वीट सुर्खियों में है और इसे लेकर सवाल भी उठने लगे हैं. सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या कांग्रेस अभी से ही आने वाले दिनों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार को गिराने की तैयारी में जुट जाएगी? ऐसा इसलिए भी, क्योंकि कमलनाथ के साथ उनके कई मंत्री भी राजभवन पहुंचे थे. कमलनाथ जब राज्यपाल को इस्तीफा सौंप राजभवन से बाहर आए।
राजभवन से बाहर आने के बाद बृजेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि आने वाले 6 माह में सरकार बदल जाएगी. वहीं, सचिन यादव ने दावा किया कि कांग्रेस एक बार फिर मध्य प्रदेश की सत्ता में वापसी करेगी. उन्होंने कहा कि इस बार की सत्ता में वापसी जोरदार होगी. कमलनाथ के मंत्रियों के ये बयान और अब मध्य प्रदेश कांग्रेस का यह ट्वीट, इस बात का संकेत माना जा रहा है कि सत्ता की जंग हारने के बाद कांग्रेस भी शांत बैठने के मूड में नहीं।
गौरतलब है की आने वाले समय मे प्रदेश के 25 विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे जिसमे 16 सीट जीतकर कांग्रेस सत्ता में वापसी करने का रणनीति तैयार कर रही है।