चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश भर के चिकित्सा संस्थानों में अब कोरोना के 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन हो सकेंगे. उन्होंने बताया कि सरकार ने कुछ दिनों पहले ही यह लक्ष्य रखा था, जिसे विभाग, चिकित्सक और अधिकारियों ने मिलकर पूरा कर दिया है.
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2 महीनों में ही प्रदेश में 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने का लक्ष्य आज पूरा हो गया:
डॉ. शर्मा ने बताया कि 2 मार्च को प्रदेश में पहला कोरोना पॉजीटिव केस चिन्हित हुआ था, तब प्रदेश में कोरोना जांच की सुविधा नहीं थी और हमें सैंपल को टेस्टिंग के लिए पुणे की लैब में भेजने पड़े थे. मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन और नेतृत्व में महज 2 महीनों में ही प्रदेश में 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने का लक्ष्य आज पूरा हो गया. जयपुर और जोधपुर में कोबास-8800 मशीनें शुरू होने के बाद 4-4 हजार जांचों में और बढ़ोतरी हो जाएगी.
प्रत्येक जिला मुख्यालय पर होगी कोरोना जांच की सुविधा विकसित:
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री की इच्छा थी कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा जांचें हों ताकि कोरोना की वास्तविकता का पता चल सके और समय रहते लोगों को क्वारेंटाइन, आइसोलशन आदि सुविधाएं उपलब्ध कराकर संक्रमण को रोका जा सके. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार जल्द ही प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में कोरोना की जांच की सुविधा विकसित कर दी जाएगी.
डॉ. शर्मा ने बताया कि चिकित्साकर्मियों की मदद और कोरोना मरीजों के जज्बे के चलते प्रदेश में पॉजीटिव से नेगेटिव होने की तादात तेजी से बढ़ रही है. प्रदेश की रिकवरी रेट भी देश मे सर्वाधिक हैं राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने जो निर्णय समय पर लिये है उसका ही फायदा प्रदेश को मिलता नजर आ रहा हैं ।
आपको बता दे कि कोरोना को लेकर पत्रकारो के सवालो का जवाब देने के लिये रोजाना शाम 6 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विडियो कांफ्रेसिंग करते है तथा सभी पत्रकारो का जवाब देते है इससे पारदर्शिता भी बनी हुई हैं इससे पहले नरेंद्र मोदी भी अशोक गहलोत की तारीफ कर चुके हैं।