
कांग्रेस जहां सत्ता में नहीं है वहां तो आपसी खींचतान बढ़ ही हैं लेकिन जहां कांग्रेस सत्ता में है वहां पर भी टकराव देखने को मिल रहा है। खासतौर पर मध्य प्रदेश राजस्थान और पंजाब के नेताओं में आपसी अंतर्कलह कई बार सामने देखने को मिली है जिससे निपटने के लिए कांग्रेस बड़ा कदम उठाने को तैयारी कर रही है। इसको लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के मुख्यमंत्रियों और वहां के प्रादेशिक नेताओं से मुलाकात भी की है
मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब में कांग्रेस नेताओं के बीच आपसी टकराव की खबरों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, प्रभारियों एवं प्रदेश अध्यक्षों के साथ बैठक की। बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायण सामी शामिल हुए।
पार्टी की ओर से जारी बयान के मुताबिक सोनिया गांधी ने विधानसभा चुनावों में किए वादों को पूरा करने एवं इनकी निगरानी के लिए प्रभावी व्यवस्था बनाने की जरूरत पर जोर दिया।
कांग्रेस ने कहा कि पार्टी संगठन और सरकारों के बीच प्रभावी समन्वय सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था बनाने के विवरण को लेकर चर्चा चर्चा की गई। पार्टी ने यह दावा भी किया कि केंद्र सरकार कांग्रेस शासित राज्यों में केंद्रीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में अवरोध पैदा करने की कोशिश करती है ।
कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने बताया कि पिछले विधानसभा चुनाव में घोषणापत्र में जो भी वादे किए गए थे उसमें क्या प्रगति हुई है, इस बारे में सभी मुख्यमंत्रियों ने जानकारी दी। संगठन के बारे में प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों ने जानकारी दी। बैठक में मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया, राजस्थान के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, पंजाब की प्रभारी आशा कुमारी, प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ और छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया भी शामिल हुए।
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों में सरकारें जो कर रही हैं और लोगों के लिए क्या किया जा रहा है, इस पर विस्तार से चर्चा हुई। इसके अलावा पार्टी के उन कार्यकर्ताओं की सहभागिता को बढ़ाने के बारे में चर्चा हुई जिन्होंने सालों से पार्टी के लिए काम किया है। सचिन पायलट राजस्थान के उप मुख्यमंत्री होने के साथ साथ राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं।
जहां कई बार लगा कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच टकराव है। वहीं मध्यप्रदेश में भी कमलनाथ और ज्योतिरादित्य के समर्थकों के बीच टकराव देखी गई जबकि पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच आपसी खींचतान सबके सामने आया इन्हीं सब से निपटने के लिए कांग्रेस एक समन्वय कमेटी बनाने की तैयारी कर रही है जो सरकार और संगठन के बीच किसी भी प्रकार के मतभेद खत्म करने का काम करेगा और साथ ही वो जनता के मुद्दों से सरकार को अवगत कराकर सरकार उस मुद्दे पर काम करवाएगा।