जामिया में छात्रों के पिटाई की वीडियो सामने आने के बाद प्रियंका का पुलिस पर निशाना

दिल्ली का जामिया यूनिवर्सिटी कुछ समय पहले उस वक्त चर्चा में आया था जब पुलिस द्वारा कुछ छात्रों की पिटाई की तस्वीर सामने आई थी जिसके बाद छात्रों ने दिल्ली पुलिस पर कई आरोप लगाते हुए दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय पर जमकर हमला बोला था।
जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने भी कई तर्क दिए थे लेकिन अब जामिया यूनिवर्सिटी में पुलिस द्वारा छात्रों की पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद विपक्षी दलों ने दिल्ली पुलिस और सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने वीडियो ट्वीट करते हुए गृह मंत्री अमित शाह और और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। साथ ही मामले में एक्शन लेने की बात कही है।

दरअसल, दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में दो महीने पहले जिस ‘बर्बरता’ से पुलिस इनकार कर रही थी उसका वीडियो सामने आया है। ये जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी ने जारी किया है, जिसमें सुरक्षाबल लाइब्रेरी में मौजूद छात्रों पर डंडे बरसाते नजर आ रहे हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक साथ कई पुलिसकर्मी लाइब्रेरी में घुसते हैं और छात्रों को लाठियों से पीटने लगते हैं। छात्रों के हाथों में किताबें भी नजर आ रही हैं। बताया जा रहा है कि यह घटना तब की है जब जामिया के छात्र नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और उस दिन हिंसा हुई थी।

जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी ने इस वीडियो पर कहा है कि सीसीटीवी फुटेज में साफ झलक रहा है कि पुलिस बल राज्य प्रायोजित हिंसा को अंजाम दे रही है। जामिया के छात्र अपने एग्जाम की तैयारी रीडिंग हॉल में कर रहे थे तभी पुलिस ने उनपर बर्बरता की। वहीं, इस वीडियो पर दिल्ली पुलिस ने कहा है कि इस वीडियो में कुछ नकाबपोश लोग भी दिख रहे हैं। जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी इस वीडियो को शनिवार से ही वायरल कर रही है। पुलिस का यह भी कहना है कि क्राइम ब्रांच को पहले ही जांच सौंप दी गई थी। इन सभी वीडियो की जांच की जाएगी।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘देखिए कैसे दिल्ली पुलिस पढ़ने वाले छात्रों को अंधाधुंध पीट रही है। एक लड़का किताब दिखा रहा है लेकिन पुलिस वाला लाठियां चलाए जा रहा है। गृह मंत्री और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने झूठ बोला कि उन्होंने लाइब्रेरी में घुस कर किसी को नहीं पीटा। इस वीडियो को देखने के बाद जामिया में हुई हिंसा को लेकर अगर किसी पर एक्शन नहीं लिया जाता तो सरकर की नीयत पूरी तरह से देश के सामने आ जाएगी।’

प्रियंका के अलावा विपक्ष के अन्य नेता और कई राजनीतिक कार्यकर्ता बीजेपी और दिल्ली पुलिस को निशाने पर ले रहे हैं जबकि कई लोग इसके लिए अमित शाह को जिम्मेदार बताया रहे हैं।

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