देश मे शहीद के नाम पर आजकल खूब राजनीति होती है और लोग इसे वोटबैंक में बदलने की खूब कोशिश में रहते हैं क्योंकि ये भावनात्मक मुद्दा बन जाता है मगर शहीद सैनिक के परिवार के बारे में लोग एक समय के बाद भूल जाते हैं ऐसा ही एक बार फिर हुआ क्योंकि जिस पुलवामा हमले के बाद देश का हर इंसान शहीदों के गम में आंसू बहा रहा था उसके परिवार के लोग दूध और सब्जी बेचते हुए देखे गए।
गौरतलब है कि पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ के वीर जवानों की 14 फरवरी को पहली बरसी थी। लोगों ने जवानों को और एक साल पहले हुए उस कायराना हमले को याद किया। वही झारखंड के सिमडेगा से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो पूरे देश को शर्मसार करने वाली है।
झारखंड के गुमला जिले के जो विजय सोरेंग पुलवामा हमले में देश के लिए शहीद हो गए, उनका परिवार बेहद गंभीर परिस्थितियों में जी रहा है। उनकी पत्नी विमला देवी की एक तस्वीर वायरल हुई जिसमें वह सड़क किनारे बैठी सब्जी बेच रही थीं। पत्नी की यह तस्वीर एक यूजर ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग कर ट्वीट की।
हेमंत सोरेन ने इसका संज्ञान लिया और सिमडेगा जिला प्रशासन को तत्काल शहीद के परिवार की मदद करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने सिमडेगा के डेप्युटी कमिश्नर को टैग कर लिखा, ‘शहीद देश की धरोहर होते हैं’ कृपया इनकी हर सम्भव मदद करते हुए जरूरी सभी योजनाओं का लाभ जल्द से जल्द पहुंचाएं।
निर्देश मिलते ही प्रशासन ऐक्शन में आया और कुछ ही देर में डीसी सिमडेगा ने रिप्लाई किया, ‘सर जिला प्रशासन की ओर से शहीद के परिवार को हर संभव मदद देने की पहल की जा रही है। पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सिमडेगा ने शहीद के घर जाकर उनसे मुलाकात की और उनका हालचाल लिया।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हमले के दो दिन बाद यानी 16 फरवरी 2019 को वेतन देने का ऐलान किया था। उनके मंत्रियों ने भी यही बातें कही थीं। हालांकि रघुवर की सरकार चली गई मगर साल भर में सही मदद ना मिल सकी।
हेमन्त सोरेन के खुद से संज्ञान लेने के बाद उम्मीद है कि जल्द से जल्द शहीद परिवार को सभी मदद मिलेगी।