कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी यूपी में संगठन को मजबूत करने के लिए नई रणनीति के साथ काम कर रही हैं जिसका नेतृत्व वो खुद कर रही हैं। ऐसे में यूपी के सभी जिला कमेटियों को भंग करने के बाद प्रियंका गांधी ने यूपी में पार्टी के अंदरूनी हालात दुरुस्त करने पर काम शुरू कर दिया है।
इस लोकसभा चुनाव में शर्मनाक प्रदर्शन के करण सिर्फ 1 सीट जीतने के बाद अब प्रियंका ऊर्जावान लोगो का टीम बनना चाहती हैं ऐसे में प्रियंका अब पार्टी संगठन में 50 फीसदी ऊर्जावान युवाओं की भागीदारी देने की कवायद शुरू करेगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रियंका ने अपने टीम म सचिवों और अन्य नेताओं से बातचीत करने के बाद अब पार्टी को पुनः मजबूत करने के लिए छोटी-बड़ी हर स्तर पर बदलाव का काम शुरू कर दिया है। बताया जा रहा कि आने वाले हफ्तों में उनकी मंशा के अनुरूप इस पर काम दिखने लगेगा। जिला कमेटियों को भंग करना भी इसका हिस्सा है। प्रियंका नए जिलाध्यक्ष के लिए एक हर जिले में एक टीम का गठन करेंगी जो नया जिलाध्यक्ष बनाएगा।
प्रियंका अपने इस रणनीति के तहत जहाँ युवाओं और महिलाओ पर फोकस करेंगी तो वही दलित और ओबीसी के साथ-साथ सवर्ण को भी कांग्रेस से जोड़ने के लिए काम करेगी।
मिली जानकारी के अनुसार प्रियंका गांधी आने मीटिंगों में इस बात पर काफी नाराज दिखीं कि कार्यकर्ता वरिष्ठ नेताओं के प्रतिनिधि के तौर पर काम करते हैं। कांग्रेस की विचारधारा से उनका कोई लेना-देना नहीं हैं ऐसे में प्रियंका इस बार ऐसे युवाओं को ढूंढ़ कर संगठन में आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं जो कांग्रेस की विचारधारा में यकीन रखते हों ना कि किसी खास नेता के प्रतिनिधि।