मध्य प्रदेश निकाय चुनाव से पहले भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बड़ा झटका लगा है। सिंधिया के करीबी माने जाने वाले अमित सोनी ने भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
अमित सोनी इससे पहले सिंधिया के साथ कांग्रेस से भाजपा में आए थे। इस बार वो मध्य प्रदेश निकाय चुनाव में गुना नगर पालिका से भाजपा टिकट की दावेदारी पाना चाह रहे थे।
अमित सोनी को पार्टी ने टिकट नहीं दिया, बता दें कि मध्य प्रदेश में निकाय चुनाव दो चरणों में होंगे। जिसमें पहला चरण 6 जुलाई और दूसरा चरण 13 जुलाई को होगा। पहले चरण के नतीजे 17 जुलाई और दूसरे चरण के नतीजे 18 जुलाई को घोषित किए जाएंगे।जिसके चलते वो बागी हो गए और वापस कांग्रेस में चले गये। सिंधिया के करीबी अमित सोनी का वापस कांग्रेस में शामिल होना, वो भी निकाय चुनाव से पहले, भाजपा के लिए अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है। मालूम हो कि कांग्रेस में रहने के दौरान अमित सोनी युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
उनके और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच काफी अच्छे संबंध बताये जाते रहे। लेकिन कहा जा रहा है कि राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते अमित सोनी ने खुद को भाजपा से अलग कर लिया। सोनी अपने कार्यकर्ताओं के साथ जयवर्धन सिंह की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए।
इसके अलावा मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के पवई बीजेपी मंडल के पूर्व अध्यक्ष बालकृष्ण शुक्ला ने पार्टी से नाराज होकर अपना इस्तीफा सौंप दिया है। पूर्व अध्यक्ष व पूर्व जिला मंत्री बालकृष्ण शुक्ला नगर परिषद पवई के वार्ड 12 से टिकट मांग रहे थे।
बता दें कि मध्य प्रदेश में निकाय चुनाव दो चरणों में होंगे। जिसमें पहला चरण 6 जुलाई और दूसरा चरण 13 जुलाई को होगा। पहले चरण के नतीजे 17 जुलाई और दूसरे चरण के नतीजे 18 जुलाई को घोषित किए जाएंगे।