गोवा में सियासत का गजब खेल चल रहा है पहले कांग्रेस के विधायक बीजेपी में शामिल हो गए और फिर गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने सरकार से अपना समर्थन वापस लेते हुए बीजेपी को जमकर कोसा।
अब खबर आ रही है कि बीजेपी के दिवंगत नेता और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के पुत्र उत्पल पर्रिकर से कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सम्पर्क किया है और कांग्रेस में शामिल होने के लिए उन्हें आमंत्रित किया है।
जब गोवा में किसी भी दल को बहुमत ना मिली तो बीजेपी ने गोवा में सरकार बचाने के लिए तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को गोवा भेजकर क्षेत्रीय दलों के समर्थन से सरकार बना लिया पर 17 मार्च को मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद लगातार गोवा सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस कोशिश कर रही थी पर बीजेपी ने कांग्रेस में सेंध लगाते हुए कांग्रेस के 10 विधायकों को अपने मे शामिल कर लिया। पर ये बात मनोहर पर्रिकर के पुत्र उत्पल को पसन्द नही आई और उन्होंने बीजेपी पर सीधा हमला बोला।
उत्पल पर्रिकर ने कहा कि “भाजपा में अब विश्वास और प्रतिबद्धता जैसे शब्द खत्म हो गए। उन्होंने कहा, ‘मेरे पिता मनोहर पर्रिकर के वक्त विश्वास और प्रतिबद्धता जैसे शब्द बीजेपी के मूल थे, लेकिन 17 मार्च को उनके निधन के बाद दोनों शब्द बीजेपी से खत्म हो गए। 17 मार्च के बाद बीजेपी ने अलग दिशा पकड़ ली है।”
प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्पल के बीजेपी विरोधी रुख से कांग्रेस नेताओं ने उत्पल से सम्पर्क किया है और उन्हें कांग्रेस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है क्योंकि मनोहर पर्रिकर की गोवा में जो लोकप्रियता थी और कांग्रेस ने जिस तरह से विधानसभा चुनाव में जनता ने कांग्रेस को सबसे बड़ा दल बनाया था उससे कांग्रेस को लगता है कि अगर दोनो मिल जाएं तो अगले चुनाव में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।
अब ये तो भविष्य में ही पता चलेगा कि उत्पल कांग्रेस में शामिल होते हैं या नही पर जिस तरह से उन्होंने राजनीतिक बयानबाजी शुरू की है उससे स्पष्ट है कि वो भी राजनीति में आना चाहते हैं और जिस तरह से उन्होंने बीजेपी को निशाने पर लिया है उससे ये भी तय है कि वो बीजेपी के विरोध में ही राजनीति में आएंगे। तो क्या जिस तरह से आंध्र प्रदेश में YSR रेड्डी के निधन के बाद कांग्रेस द्वारा उनके पुत्र की नजरअंदाजगी कांग्रेस को महंगा पड़ा था उसी तरह गोवा में बीजेपी को मनोहर पर्रिकर के पुत्र की नजरअंदाजगी मुश्किल खड़ा करेगी , क्या उत्पल पर्रिकर अगले जगनमोहन रेड्डी बनेंगे ?