लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद से अपने इस्तीफा पर अड़े राहुल गांधी को मनाने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओ के साथ साथ कार्यकर्ता भी हर तरह से कोशिश कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से जो त्यागपत्र दिया है वह वापस लेंगे या नहीं, इसका फैसला तो उन्हीं को करना है लेकिन कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की तरफ से राहुल गांधी पर त्यागपत्र वापस लेने का दबाव लगातार बनाया जा रहा है।
नेताओ की हर प्रयास विफल होने के बाद अब कार्यकर्ता राहुल गांधी को मनाने के लिए हर तरह की हथकंडा अपना रहे हैं , कोई खून से पत्र लिख रहा तो कोई अनशन कर रहा है।
पर मंगलवार को दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय में जो हुआ उसका अंदाजा शायद किसी को नही था। कार्यालय के बाहर एक पेड़ पर एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने खुद को फांसी लगाने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कांग्रेस कार्यकर्ता को ऐसा करने से रोक दिया।
कांग्रेस कार्यकर्ता ने अपने बयान में कहा कि राहुल गांधी अगर अपना त्यागपत्र वापस नहीं लेते हैं तो वे खुद को फांसी लगा लेंगे।
सिर्फ कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि पार्टी के सभी वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी राहुल गांधी से त्यागपत्र वापस लेने के लिए कह रहे हैं। सोमवार को कांग्रेस के 5 मुख्यमंत्रियों ने राहुल गांधी से मुलाकात की और राहुल गांधी से अपना फैसला बदने के लिए कहा। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पॉण्डिचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने सोमवार को राहुल गांधी से मुलाकात की है।
मुख्यमंत्रियों से पहले कांग्रेस पार्टी में कई पदाधिकारियों ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया है, जिन पदाधिकारियों ने पद छोड़े हैं वे सभी राहुल गांधी से त्यागपत्र वापस लेने की मांग कर रहे हैं। पार्टी के 100 से ज्यादा पदाधिकारी इस्तीफा दे चुके हैं।
लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दिया है। 542 लोकसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस पार्टी को सिर्फ 52 सीटों पर जीत मिली है।
अब राहुल गांधी इस्तीफा वापस लेते हैं या नही पर जिस तरह से कार्यकर्ता अब कर रहे हैं उससे साफ है कि कांग्रेस में राहुल गांधी से बड़ा कद किसी नेता का नही है।