अपने कार्यकाल के शुरुआत से मोदी सरकार विपक्षी दलों को तवज्जो ना देने का काम कर रही है और साथ ही सरकार के किसी भी फैसले में विपक्षी दलों के नेताओ से राय भी नही ले रही है। जिस कारण से देश की सबसे बड़ी विपक्षी दल कांग्रेस सरकार से नाखुश। सरकार ने पिछली कार्यकाल के तुलना में इस कार्यकाल में और बेरुखी दिखाते हुए कई कमेटी का कमान कांग्रेस नेताओं से छीन लिया। जिसके बाद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने सरकार की आलोचना की है।
लोकसभा सचिवालय की ओर से संसद की तमाम अहम कमेटियों के सदस्यों की जानकारी साझा की गई है। तमाम पार्टियों के सांसदों को इन कमेटियों का सदस्य बनाया गया है।
इस बार कई अहम कमेटियों की अध्यक्षता कांग्रेस से छीन ली गई है, जिसकी कमान कांग्रेस पार्टी के सांसदों के हाथ में पिछली लोकसभा में थी। सरकार के इस फैसले की कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आलोचना की है। उन्होंने कहा कि सरकार परंपराओं को तोड़ रही है। दरअसल इस बार वित्त और विदेश मंत्रालय से जुड़ी कमेटियों की अध्यक्षता कांग्रेस को नहीं दी गई है, इससे पहले इन कमेटियों का अध्यक्ष कांग्रेस के पास थी, लेकिन इस बार इन स्थायी कमेटियों का जिम्मा पार्टी को नहीं दिया गया है।
सरकार के फैसले के बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट करके सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संसद की स्टैंडिंग कमेटी के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि विदेश मंत्रालय और पर बनी कमेटी का जिम्मा विपक्षी दल को नहीं दिया गया हो। विदेश नीति को लेकर हमारी परंपरा पार्टी से उपर रही है, देश की सीमा की जब बात होती है तो दलगत मतभेद को भुला दिया जाता है। लेकिन सरकार ने इस परंपरा को खत्म करने का फैसला लिया है। मुख्य विपक्षी दल को विदेश मंत्रालय पर बनी कमेटी की अध्यक्षता नहीं दी गई है।
भाजपा सांसद इस कमेटी की अध्यक्षता करेंगे जो कि खुद की ही सरकार के प्रति जवाबदेय होंगे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारे लोकतंत्र की छवि और गंभीरता पर इसका गलत संदेश जाएगा।
बता दें कि इससे पहले शशि थरूर को विदेश मंत्रालय पर बनी कमेटी की अध्यक्षता दी गई थी। लेकिन 17वीं लोकसभा में यह जिम्मा कांग्रेस पार्टी को नहीं दिया गया है। वहीं वित्त मंत्रालय पर बनी स्थायी कमेटी की अध्यक्षा 16वीं लोकसभा में कांग्रेस सांसद वीरप्पा मोईली कर रहे थे, लेकिन इस बार इस कमेटी का अध्यक्ष हजारीबाग से भाजपा सांसद जयंत सिन्हा को बनाया गया है। वहीं पीपी चौधरी को विदेश मंत्रालय पर बनी कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है।
लोकसभा सचिवालय की ओर से इन तमाम कमेटियों के बारे में जानकारी शुक्रवार रात को साझा की गई। इस बार कांग्रेस सांसद शशि थरूर को आईटी मंत्रालय से जुड़ी कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि आनंद शर्मा को गृह मंत्रालय से जुड़ी कमेटी का का अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को रक्षा मंत्रालय से जुड़ी संसदीय स्थायी समिति का सदस्य बनाया गया है। भाजपा सांसद जुएल ओरांव इस कमेटी के अध्यक्ष होंगे। इससे पहले राहुल गांधी विदेश मंत्रालय से जुड़ी संसदीय कमेटी के सदस्य थे।
जिस तरह से सरकार ने महत्वपूर्ण कमेटी से कांग्रेस नेताओं को हटाया और उन्हें अध्यक्ष ना बनाया इससे गलत परम्परा की शुरुआत हुई है और ये स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए सही नही है। सरकार संख्याबल के कारण सत्ता के नशे में विपक्ष की महत्व को भूल गई है जिस कारण से सरकार कई मुद्दों पर खुद में ही उलझ जाती है।