
कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी लगातार जो युवाओं और महिलाओं की हिस्सेदारी की बात कर रही थी उसी अनुसार पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस में बदलाव होता हुआ नजर आ रहा है खासतौर पर जिस तरह कांग्रेस ने पहले संगठन में युवाओं और महिलाओं को हिस्सेदारी दी उसके बाद कांग्रेस ने महिलाओं की हिस्सेदारी को और बढ़ाने के लिए विधायक दल का नेता भी महिला विधायक को बना दिया है
अब तक यूपी में कांग्रेस के विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू थे मगर राजब्बर के जगह अजय कुमार लल्लू को अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद यूपी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी की पुत्री एवं पार्टी की विधायक आराधना ”मोना” मिश्रा को विधायक दल का नेता नियुक्त किया गया है। इससे प्रदेश में महिला और युवाओ के हिस्सेदारी को और बढ़ाया गया है।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन नियुक्तियों को स्वीकृति प्रदान की.
लल्लू को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाने के साथ ही चार उपाध्यक्ष, 12 महासचिव और 24 सचिव बनाए गये हैं. वीरेंद्र चौधरी को उपाध्यक्ष (संगठन-पूर्वी उप्र) और पंकज मलिक को उपाध्यक्ष (संगठन-पश्चिमी उप्र) बनाया गया है. इसके साथ ही ललितेश पति त्रिपाठी और दीपक कुमार को भी उपाध्यक्ष बनाया है.
त्रिपाठी उपाध्यक्ष के तौर पर प्रदेश युवा कांग्रेस एनएसयूआई, ओबीसी, किसान एवं महिला इकाइयों का प्रभार देखेंगे. इसी तरह दीपक कुमार सेवा दल, एससी-एसटी और अल्पसंख्यक विभागों की जिम्मेदारी संभालेंगे. सूत्रों का कहना है कि सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखकर नयी प्रदेश कांग्रेस कमेटी बनाई गई है. अध्यक्ष बनाये गये लल्लू का वैश्य समुदाय (ओबीसी) से संबन्ध है. आराधना मिश्रा को विधायक दल का नेता बनाकर ब्राह्मण समाज को प्रतिनिधित्व देने का प्रयास हुआ है. उपाध्यक्षों, महासचिवों और सचिवों की नियुक्ति में भी सामाजिक एवं जातीय समीकरणों का पूरा ध्यान रखा गया है। सबसे खास बात यह रही है कि सामाजिक एवं जातीय समीकरण को ध्यान में नियुक्ति करने के वक्त इस बार नेताओं के जमीनी मेहनत और उनका उनके क्षेत्र में कैसा पकड़ इस बात पर खास ध्यान रखा गया।