विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस की निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अब कांग्रेस बड़े फेरबदल की तैयारी में है। कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी पूरे देश भर के कांग्रेस कमेटियों में फेरबदल करने जा रही हैं जिसके बाद कई पुराने चेहरों की बड़े पदों से छुट्टी हो जाएगी।
गौरतल है कि 2021 विधानसभा चुनाव के हार के कारणों की समीक्षा के लिए गठित समिति की रिपोर्ट सौंपने के बाद सोनिया गांधी समिति की सिफारिशों पर अमल करते हुए कई प्रदेश कांग्रेस और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) में बदलाव कर सकती हैं। कई प्रदेशों में नए सचिव नियुक्त कर पार्टी ने इसके संकेत भी दे दिए हैं।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हार के कारणों पर अशोक चव्हाण समिति की रिपोर्ट पर कार्रवाई होनी तय है। क्योंकि, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खुद सीडब्लूसी की बैठक में कहा था कि सही सबक लेने के लिए वास्तविकता का सामना करना होगा।
पार्टी के वरिष्ठ नेता राजीव सातव की कोरोना से निधन के बाद गुजरात प्रभारी का पद भी खाली है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि गुजरात प्रभारी पद के कई कई नामों पर चर्चा चल रही है, पर इसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भूमिका अहम होगी। गहलोत गुजरात के प्रभारी रह चुके हैं और उनके प्रभार में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था। पार्टी आगामी चुनाव में भी उनके अनुभव का लाभ लेना चाहती है। इसलिए, उनकी पसंद अहम होगी।
इसके साथ चुनावी हार वाले प्रदेशों के प्रभारियों में बदलाव की उम्मीद है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदारी तय की जाएगी। कई प्रदेशों में भी नए अध्यक्षों की नियुक्ति होनी है। ऐसे में पार्टी प्रदेश में भी बदलाव कर सकती है। एआईसीसी में यह बदलाव वर्ष 2022 में होने वाले कई प्रदेशों विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किए जाएंगे।
वहीं प्रदेश से लेकर जिला स्तर तक पर लंबे अरसे से पद पर काबिज नेताओं की भी छुट्टी होने की संभावना है। ऐसे में उन जिला के अध्यक्षों की छुट्टी होना तय माना जा रहा है जहां पर कांग्रेस पिछले चुनावों में खराब प्रदर्शन की है।