
यूपी के सोनभद्र में नरसंहार के बाद प्रियंका गांधी को भले ही पीड़ितों से मिलने के लिए 24 घण्टा से अधिक धरना देना पड़ा मगर जब वो पीड़ितों से मिली तो पीड़ित परिजन उनसे लिपटकर रोने लगे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मिलने के लिए चुनार गेस्ट हाउस पर जब पीड़ित परिजन पहुंचे और लिपटकर रोने लगे तो प्रियंका गांधी भावुक हो गईं।
उन्होंने महिलाओं से बातचीत की। इस दौरान पीड़ित परिवार की महिलाएं अपना दर्द बयां करते हुए रोने लगी। प्रियंका ने पीड़ितों के आंसू पोंछते हुए उन्हें लगे से लगा लिया और उनकी हिम्मत बढ़ाई।
इस नरसंहार में मारे गए लोगो के परिजनों को कांग्रेस अपने फंड से सहायता करेगी।
प्रियंका गांधी ने परिजनों से मिलने के बाद कहा, ‘कांग्रेस पार्टी सोनभद्र नरसंहार में मारे गए व्यक्तियों के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी।’
सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों से मिलने के लिए प्रियंका को काफी मशक्कत करना पड़ा क्योंकि प्रशासन ने उन्हें वहां जाकर मिलने का ऑर्डर नही दिया। प्रियंका जब पीड़ित परिजनों से मिलने सोनभद्र जा ही थी तो जिला प्रशासन और पुलिस ने प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाते वक्त 25 किलोमीटर पहले नारायण पुलिस चौकी पर रोका लिया था और हिरासत में लेकर मिर्जापुर स्थित चुनार गेस्ट हाउस रखा था पर प्रियंका मिलने के बातों पर अड़ी रही। जइसके लिए उन्होंने 24 घण्टे से अधिक का धरना भी दिया जिसके बाद 15 पीड़ित परिवार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मिलने के लिए चुनार स्थित गेस्ट हाउस पहुंचे।
पीड़ितों से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने कहा, ‘मैं उनसे मिलीं और उनका हाल-चाल लिया। यहां आने का मेरा मकसद पूरा हो गया। कांग्रेस इस घटना में मारे गए लोगों के परिवार को 10-10 लाख की सहायता देगी।
साथ ही प्रियंका गांधी ने सरकार से भी मांग करते हुए कहा कि परिजनों को 25 लाख रुपये की मदद राज्य सरकार की तरफ से की जानी चाहिये।