भाजपा से बगावत कर कांग्रेस का साथ देकर सबको चौंका देने वाले नारायण दत्त त्रिपाठी याजक मध्यप्रदेश की राजनीति में आजकल चर्चा का विषय बने हुए हैं।
भाजपा के जगह कांग्रेस का साथ देने पर नारायण त्रिपाठी ने कहा मुझे जो अच्छा लगता है मैं वो करता हूं. मैं राजनीति सिर्फ मैहर के विकास के लिए कर रहा हूं।
उन्होंने कहा मैंने तो 15 दिन पहले ही इसका संकेत दे दिया था. उन्होंने कहा, मेरे लिए मान- सम्मान सबसे पहले है, लेकिन बीजेपी ने मेरी कद्र नहीं की. मैं वही करता हूं जो मेरी मर्ज़ी होती है. सरकार गिराना मुझे अच्छा नहीं लगता।
विधानसभा में उन्होंने कांग्रेस के समर्थन में वोटिंग की और आज अपने मन की भड़ास निकाली, उनका कहना है मैंने 15 दिन पहले ही ट्वीट करके तैयार रहने के लिए कहा था।
मेरे लिए सबसे पहले मान सम्मान स्वाभिमान जरूरी है. लेकिन बीजेपी में मेरा सम्मान नहीं था. उनकी ख़ासी नाराज़गी शिवराज सिंह से है. वो कहते हैं शिवराज जी ने मेरे क्षेत्र में कई योजनाओं की घोषणा कीं जो पूरी नहीं की गयीं.मैने सब जगह गुहार लगाई लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया.
नारायण त्रिपाठी ने बीजेपी के बारे में कहा ये वो दल है जहां तिलक लगाकर बुलाया जाता है बाद में बकरे की तरह हलाल कर दिया जाता है।
उन्होंने कहा दूसरे दल से आया आदमी इस दल में राजनीति करने लायक नहीं बचता।
पूर्व में भी कांग्रेस में रह चुके नारायण त्रिपाठी अब फिर एक बार कह रहे है कि कांग्रेस मेरे घर जैसा है।
उन्होंने कहा मैं बीजेपी में किसी शर्त पर नहीं आया था सिर्फ एक बात कही थी कि मैहर का विकास होना चाहिए।
2014 में 3 दिन में बीजेपी को एक सांसद दिया.अगर मैं न आया होता तो सतना सीट से बीजेपी सांसद गणेश सिंह नहीं जीत पाते। 2018 का चुनाव लड़ा तो मुझे शिवराज की घोषणाओं का बोझ झेलना पड़ा।
नारायण त्रिपाठी ने कहा कमलनाथ जी से मेरे पुराने रिश्ते हैं. उनसे हमेशा मुलाकात होती रहती है. अभी मैहर के विकास के लिए ही उनसे बात हुई थी. मैं कुछ दिन पहले शिवराज जी से भी मिला था लेकिन मेरी बात को किसी ने नहीं सुना.
बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने विधानसभा में दंड विधि संशोधन विधेयक के दौरान कांग्रेस का साथ देकर क्रॉस वोटिंग की थी. उन्होंने कहा था कि मैहर का विकास नहीं करने के कारण मैं बीजेपी से ख़फा हूं।
त्रिपाठी ने उस वक्त बीजेपी को झटका दिया जब बीजेपी कांग्रेस सरकार को गिराने का दावा कर रही थी। पर विधेयक पर वोटिंग के दौरान त्रिपाठी और एक ने भाजपा विधायक ने कांग्रेस का समर्थन कर दिया।