
कर्नाटक का सियासी नाटक कब तक चलेगा ये तो पता नही मगर कांग्रेस और जेडीएस सरकार के लिए मुश्किल जरूर कम होता दिख रहा है क्योंकि जिन बागी विधायकों से कांग्रेस सम्पर्क नही कर पा रही थी अब उनसे संपर्क हो रहा है और कुछ विधायक अपने शर्त्तों को मनवाकर मानते हुए नजर आ रहे हैं।
कर्नाटक में संकट से घिरी गठबंधन सरकार को थोड़ी राहत देते हुए कांग्रेस विधायक रामालिंगा रेड्डी ने कहा कि उन्होंने विधानसभा से अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया है और वह मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी द्वारा रखे जाने वाले विश्वास मत के समर्थन में मतदान करेंगे. रेड्डी ने बताया कि कांग्रेस के पक्ष में मतदान करेंगे. मैं पार्टी में रहूंगा और विधायक के तौर पर सेवाएं दूंगा. पूर्व मंत्री रेड्डी समेत कांग्रेस के 13 और जेडीएस के तीन विधायकों ने अपने इस्तीफे दिये थे, वहीं दो निर्दलीय विधायकों ने भी 14 महीने पुरानी कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. इसके बाद से जेडीस-कांग्रेस सरकार संकट में है.
रामलिंगा रेड्डी कर्नाटक के दिग्गज नेता माने जाते हैं और ये भी कहा जा रहा है कि रेड्डी को मंत्रिमंडल में शामिल नही किए जाने के कारण ही ये संकट की स्थिति उतपन्न हुई थी। तो क्या अब रेड्डी के इस्तीफा वापसी से कांग्रेस-जेडीएस सरकार बच जाएगी ?
कौन हैं रामलिंगा रेड्डी
रामलिंगा रेड्डी कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं और सिद्दरमैया सरकार के गृह मंत्री और ट्रांसपोर्ट मंत्री रह चुके हैं। उनकी बेटी सौम्या रेड्डी भी कांग्रेस की विधायक हैं।
ऐसा माना जाता है कि बागी विधायकों में से अधिकांश विधायकों का रिश्ता रामलिंगा रेड्डी से काफी अच्छा है ऐसे में अगर रामलिंगा रेड्डी वापस कांग्रेस-जेडीएस के पाले में आते हैं तो कांग्रेस सरकार बच सकती है।