प्रियंका गांधी से मिलने पर सरकारी कर्मचारी को नौकरी से निकाला , क्या प्रियंका को यूपी में BJP खतरा मान रही ?

प्रियंका गांधी के यूपी के मुद्दों पर आक्रमक तेवर और सरकार से असंतुष्ट सरकारी कर्मचारियों से मिलने राज्य की भाजपा सरकार में बौखलाहट का माहौल है। इसलिए राज्य सरकार ने प्रियंका गांधी से मिलने वाली अमेठी आंगनबाड़ी जिलाध्यक्ष पर कारवाई करते हुए सरकारी कर्मचारियों को विपक्षी पार्टी से दूर रहने का संकेत दे दिया है।

राज्य सरकार के इस फैसले के खिलाफ अमेठी में आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले आंगनबाड़ी और कार्यकत्री अनिश्चितकालीन धरने पर हैं। वजह ये है कि बीते दिनों चुनाव आचार संहिता के दौरान आंगनबाड़ी जिलाध्यक्ष ने प्रियंका गांधी से भेंट की थी जिसके बाद उनकी नौकरी चली गई थी।

जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदेशस्तरीय आगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया है। आगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने प्रदेश महामंत्री आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ एवं जिलाध्यक्ष आशा बौद्ध की पुनः बहाली की मांग को लेकर ये धरना शुरू किया है। इस बाबत आशा बौद्ध ने बताया कि मैं आंगनबाड़ी की समस्याओ को लेकर हर नेतागण से मिलती आई हूं।

इसी सम्बन्ध मे 19 अप्रैल को हमारे यहां प्रियंका वाड्रा आई थीं उनसे भी मैंने मुलाकात की। मुलाकात करते ही एक स्पष्टीकरण के बाद 25 अप्रैल को मेरी सेवा समाप्त कर दी गई। उन्होंने बताया की तीन नोटिस मिलती है पर एक ही नोटिस में उन्हें पदमुक्त कर दिया गया।

राज्य सरकार के खिलाफ नराज कर्मचारियों के प्रियंका गांधी से मिलने से BJP सरकार को क्या परेशानी है यर तो वही बता सकती है पर आम जनता में चर्चा है कि प्रियंका की सक्रियता और इस तरह कर्मचारियों में पहुंच बीजेपी सरकार को भविष्य में परेशान कर सकती है इसलिए सरकार ऐसी कारवाई कर रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here