
राजस्थान की दो सीटो पर उपचुनावो के लिये कांग्रेस व बीजेपी कमर कस चुकी है बीजेपी व कांग्रेस के कई नेताओ ने प्रचार अभियान की शुरुआत भी कर दी है राज्य की दो सीटे मंडावा व खींवसर मे फिलहाल सत्ताधारी कांग्रेस के पास नही है लेकिन अब गहलोत व पायलट चाहते है कि कांग्रेस दोनो सीटे जीतकर अपने आपको साबित करे वही बीजेपी व उनके सहयोगी रालोपा अपने किले को बचाने का प्रयास कर रहे है
खींवसर के बीजेपी व रालोपा के संयुक्त प्रत्याशी नारायण बेनीवाल के लिये सांसद हनुमान बेनीवाल गली गली घूम रहे है फिर भी वो माहौल बना नही पा रहे है हालांकि कांग्रेस के लिये ये राह आसान नही है फिर भी कांग्रेस को राजनैतिक विश्लेषक मजबूत स्थिति मे मान रहे है आपको बता दे कि खींवसर से कांग्रेस प्रत्याशी हरेंद्र मिर्धा जो पूर्व मे राजस्थान सरकार मे मंत्री रह चुके हैं नागौर मे मिर्धा परिवार को जनता द्वारा सर्वोच्चता दी जाती है जिसका फायदा भी कांग्रेस को मिल सकता है वही हरेंद्र मिर्धा का ये अंतिम चुनाव है जिससे जनता का उनके प्रति काफी झुकाव देखा जा रहा हैं
कांग्रेस की लगातार मजबूती का कारण रालोपा व बीजेपी मे मनमुटाव भी है बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता नही चाहते थे कि उनका हनुमान बेनीवाल से गठबंधन हो फिर भी बीजेपी द्वारा गठबंधन किया गया जिसके चलते कई नेताओ ने कांग्रेस ज्वाइन करने का फैसला किया हैं
हाल ही में खींवसर के वरिष्ठ भाजपा नेता दुर्ग सिंह ने अपने हजारो समर्थको के साथ कांग्रेस ज्वाइन की है जिसके बाद से बीजेपी गठबंधन बेहद कमजोर स्थिति मे पहुच चुका है जो जातीय समीकरण बैठाने की बेनीवाल कोशिश कर रहे है वो दुर्ग सिंह ने ध्वस्त कर दिया है अब देखने वाली बात है जनता किस नेता पर मुहर लगाती हैं