कंबोडिया से लौटने के बाद वायनाड के सांसद राहुल गांधी आज गुजरात के सूरत में थे। राहुल लोकसभा चुनाव के दौरान की गई टिप्पणी के कारण दायर मुकदमा के लिए पेश होने के लिए आए हुए थे इस दौरान उन्होंने अपने पुराने अंदाज में ही अपने विपक्षियों पर हमला बोला और खुद को निर्दोष बताया। दरअसल लोकसभा चुनाव के दौरान सारे “सारे चोर के उपनाम मोदी ही क्यों है” यह बयान देने के बाद राहुल गांधी पर पटना और सूरत में केस दर्ज करवाया गया था। पटना में जहां बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राहुल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था तो वही गुजरात में भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने राहुल के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करवाया था।
मानहानि के मामले में पेश होने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि उनके खिलाफ दायर कराए गए मानहानि के मामले, उन्हें चुप कराने के लिए बेताब उनके राजनीतिक विरोधियों का एक प्रयास है।
आपराधिक मानहानि के मामले में यहां मजिस्ट्रेट अदालत में पेश हुए गांधी ने ट्वीट कर यह आरोप लगाया। यह मामला राहुल की टिप्पणी, “सभी चोरों का उपनाम मोदी क्यों होता है” से जुड़ा हुआ है। उन्होंने इस मामले में खुद को निर्दोष बताया।
गांधी ने ट्वीट किया, “मेरा मुंह बंद कराने के लिए व्याकुल, मेरे राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा दर्ज मानहानि के एक मामले में पेश होने के लिए मैं आज सूरत में हूं। मेरे साथ एकजुटता दिखाने के लिए यहां जमा हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्यार एवं सहयोग के लिए मैं उनका आभारी हूं।”
वह मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बी एच कपाड़िया की अदालत में पेश हुए। पश्चिम सूरत से भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी द्वारा लगाए गए आरोपों को वह स्वीकार करते हैं या नहीं, यह पूछे जाने पर उन्होंने खुद को निर्दोष बताया।
दरसल लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक के कोलार में अपनी एक प्रचार रैली के दौरान राहुल ने कहा था ”नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी…. आखिर इन सभी का उपनाम मोदी क्यों है? सभी चोरों का उपनाम मोदी क्यों होता है?”
शिकायत में पूर्णेश मोदी ने कहा था कि कांग्रेस नेता ने अपनी इस टिप्पणी से पूरे मोदी समुदाय की मानहानि की है।
इससे पहले इसी टिप्पणी के मामले में राहुल गांधी पटना में भी पेश हो चुके हैं जहां पर उन्होंने खुद को निर्दोष बताया था।