
नागरिकता कानून (संशोधन) को लेकर देशभर में विरोध झेल रही केंद्र की भाजपा नीत सरकार के लिए झारखंड से अच्छी खबर नहीं है। एक्जिट पोल के मुताबिक, झारखंड में भाजपा के हाथ से सत्ता जा सकती है।
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शनिवार को समाप्त होने के बाद आए एक्जिट पोल के नतीजे से भाजपा की नींद उड़ गई है। लगभग सभी एक्जिट पोल के नतीजों में भाजपा राज्य में बहुमत से दूर है। झामुमो, राजद और कांग्रेस गठबंधन मजबूत नजर आ रहा है। एग्जिट पोल के मुताबिक, राज्य में भाजपा के लिए मुश्किल होने वाली है, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस का गठबंधन सरकार बनाता हुआ दिख रहा है। किसी भी एग्जिट पोल में भाजपा बहुमत के करीब नहीं दिखाई दे रही है।
आईएएनएस-सी वोटर-एबीपी एग्जिट पोल के अनुसार, झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन को 31-39 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि भाजपा को 28-38 सीटें मिल सकती हैं।
राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 41 है। लेकिन इस एक्जिट पोल के नतीजों से बहुत पहले ही संघ ने अपने आंतरिक सर्वे के नतीजों के बारे में भाजपा हाईकमान को बता दिया था।
दरअसल, संघ के सर्वे में भी भाजपा बहुमत से काफी दूर है। संघ के सर्वे में भाजपा को 27 से 30 सीटें मिलने का अनुमान है। पार्टी ने इस सर्वे में संथाल परगना के क्षेत्र में भारी नुकसान की बात पहले ही की थी। अंतिम चरण में इसी क्षेत्र में मतदान हुआ था, और बम्पर मतदान इसी चरण में देखने को मिला। संघ के सर्वे में झामुमो को 22 से 25 सीटें और कांग्रेस को 10 सीटें दी गई हैं।
संघ ने झारखण्ड विकास मोर्चा (झाविमो) को तीन सीटें और आजसू को पांच सीटें की हैं। संघ के इस सर्वे में प्रदेश के कई दिग्गज नेताओं की सीटें फंसी हुई दिखाई गईं हैं। इस सर्वे को आधार बनाकर पार्टी ने अपनी रणनीति बनाने में जुट गई है।
सभी सर्वे से यही निष्कर्ष निकलता दिख रहा है कि झारखंड में बीजेपी सरकार से प्रदेश की जनता नाखुश थी।